Caves of Ganesh Giri:
गणेश गिरी बिजार अथवा बीजक की पहाड़ी से लगभग एक किलोमीटर पूर्व में स्थित है। इसमें स्थित एक विशाल गुफा में गणेश जी का मंदिर बना दिया गया है। यहां स्थापित गणेश जी की प्रतिमा प्राकृतिक बताई जाती है। इसकी सर्व प्रथम प्रतिष्ठा महाभारतकाल में महाराजा विराटसेन द्वारा की गई थी।इसके पास ही दो छोटी-छोटी गुफाएं और हैं। पूरणजी की गुफा में भगवन शंकर की मूर्ती स्थापित है। दूसरी गुफा बलदेव नाथजी की गुफा कहलाती है। इस पहाड़ी के ऊपरी हिस्से में भी बड़ी गुफाएं हैं। जिनमें सम्मलेन, भोज आदि होते हैं। एक शिलाखंड हाथीनुमा है। इस पहाड़ी पर तीन कुण्ड हैं जिनमें प्राकृतिक पर्वतमालाओं से जल बहकर आता है।